UP Ganna Payment Status 2023-24: उत्तर प्रदेश गन्ना भुगतान ऐसे चेक करेंगे यहाँ से
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गन्ने की कीमतें बढ़ाने की घोषणा की है। इसके अलावा गन्ना किसानों और चीनी व्यापारियों को एक साथ लाने के लिए एक पोर्टल भी शुरू किया गया है। यूपी के गन्ना किसानों के लिए सबसे बड़ी समस्या यूपी गन्ना भुगतान समय पर न मिलना है। और इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने गन्ना खरीद के 14 दिन बाद चीनी मिलों के खाते में पैसा भेजने का नियम बनाया है चीनी उद्योग एवं गन्ना खरीद में पारदर्शिता लाने हेतु चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग के माध्यम से ऑनलाइन पोर्टल ऐप प्रारम्भ किया गया है। ताकि गन्ना खरीद में पारदर्शिता रहे और किसानों के साथ किसी भी तरह का धोखा न हो। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से उत्तर प्रदेश गन्ना भुगतान से संबंधित जानकारी प्रदान करेंगे
यूपी गन्ना भुगतान 2023-24
भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की. जिसमें उत्तर प्रदेश के किसानों के गन्ने का पिछला बकाया भुगतान, गन्ने की कीमत बढ़ाई जाए और एमएसपी को कानून बनाने पर विशेष चर्चा की गई. इस बैठक में किसान प्रतिनिधिमंडल की ओर से समस्याएं उठाई गईं जिसमें जल्द से जल्द गन्ना भुगतान कराने का आश्वासन दिया गया। 2023-24 में
उत्तर प्रदेश राज्य का कुल गन्ना क्षेत्रफल 26.80 लाख हेक्टेयर है। गन्ने की उत्पादकता 811 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। जो पिछले वर्ष की तुलना में 6 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। प्रदेश की 119 चीनी मिलों द्वारा 1118.02 लाख टन गन्ने की पेराई करके 126.37 लाख टन चीनी का उत्पादन किया गया। जो अब तक का सबसे अधिक गन्ना पेराई और चीनी उत्पादन का रिकॉर्ड है इस रिकॉर्ड के आधार पर हर साल गन्ने की कटाई के समय लगभग 9000 वर्षों की औसत उत्पादकता का परीक्षण करने के लिए गन्ना सर्वेक्षण तैयार किया जाता है।
किसानों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी
- उत्तर प्रदेश राज्य में लगभग 49 गन्ना किसान पंजीकृत हैं। जिनमें से 33 लाख किसान गन्ने की फसल उगाते हैं गन्ना विकास विभाग में मात्र 169 सहकारी गन्ना विकास समितियां एवं चीनी मिलें शामिल हैं।
- विभाग के अधिकार क्षेत्र में आने वाले गन्ना किसानों को कीटनाशक कृषि इनपुट, उर्वरक और मशीनरी उपलब्ध कराना। यही इन समितियों का काम है
- उत्तर प्रदेश के किसानों को आधिकारिक पोर्टल के माध्यम से पारदर्शिता सेवाएँ मिलेंगी।
- इस तरह भुगतान प्रक्रिया में किसानों के साथ कोई धोखाधड़ी नहीं होगी और पैसा सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा हो जाएगा।
- गन्ना किसानों को सरकारी और निजी मिलों से करीब 12 हजार करोड़ रुपये का भुगतान मिलेगा
- लगभग 50 लाख गन्ना किसान हैं जो गन्ना उत्पादन पर आधारित हैं। आपके भुगतान की प्रतीक्षा है
- उत्तर प्रदेश में लगभग 28 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में गन्ना पैदा किया जाता है।
- उत्तर प्रदेश की 119 चीनी मिलों में लगभग 127 लाख टन चीनी का उत्पादन करने के लिए 1119 लाख टन गन्ने का उपयोग किया जाता है।
- यूपी में सरकार ने हाल ही में 2022 में चीनी मिलों द्वारा खरीदे जाने वाले गन्ने का दाम 350 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया है जो कि पिछले गन्ने के रेट से 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है
उत्तर प्रदेश के किसानों को अपना गन्ना भुगतान ऐसे देखना चाहिए
- सबसे पहले आपको चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास विभाग, उत्तर प्रदेश की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
- इसके बाद आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा।
- सबसे पहले आपको होम पेज पर साइट पर जाना होगा।
- जिसके बाद आपकी स्क्रीन पर कुछ इस तरह का पेज दिखाई देगा।
- अब इस पेज पर आपको एक कोड मिलेगा उसे एंटर करें और नेक्स्ट पर क्लिक करें।
- जिसके बाद किसान को अपने जिले और मिल का चयन करना होगा।
फिर आपको अपना गांव चुनना होगा। - किसान को गन्ना बेचते समय प्राप्त पर्ची में लिखा कोड अंकित करना होगा।
- इसके बाद गन्ना किसान को उसके द्वारा भेजा गया फसल का पूरा विवरण दिखाई देगा। जिसमें वह भुगतान की स्थिति भी देख सकते हैं