भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक का कहना है कि गन्ना पेराई सत्र 2022-23 में गन्ने के रेट में कोई बढ़ोतरी नहीं की गई ऐसे में किसानों को सीएम योगी से काफी उम्मीदें हैं ऐसे में योगी सरकार को गन्ने का समर्थन मूल्य बढ़ाना चाहिए
उत्तर प्रदेश के गन्ना उत्पादक किसानों के लिए अच्छी खबर है चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार किसानों को बड़ा तोहफा दे सकती है। कहा जा रहा है कि राज्य सरकार गन्ने का रेट बढ़ा सकती है इससे राज्य के हजारों किसान परिवारों को लाभ होगा खास बात यह है कि योगी सरकार ने इसके लिए तैयारी भी शुरू कर दी है वहीं भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि यूपी सरकार ने पिछले साल भी गन्ने का रेट नहीं बढ़ाया था ऐसे में महंगाई और लागत को देखते हुए योगी सरकार को गन्ना पेराई सत्र 2024 में गन्ना मूल्य कम से कम 450 रुपये प्रति क्विंटल घोषित करना चाहिए
भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक गुट) के प्रतिनिधिमंडल ने सीएम योगी से मुलाकात की थी इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने सीएम योगी को 11 सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था जिसमें गन्ने का रेट जल्द बढ़ाने की मांग की गई थी बताया जा रहा है कि सीएम योगी ने गन्ने का रेट बढ़ाने पर सहमति दे दी है
30 से 35 रुपये तक बढ़ोतरी हो सकती है
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता धर्मेंद्र मलिक का कहना है कि बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान सरकार को तुरंत करना चाहिए ऐसे में कहा जा रहा है कि योगी सरकार इस साल गन्ने का समर्थन मूल्य 30 से 35 रुपये तक बढ़ा सकती है
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा गन्ना उत्पादक राज्य है यहां करीब 45 लाख किसान गन्ने की खेती करते हैं इसका मतलब यह है कि गन्ने की फसल से यूपी के 45 लाख किसानों के घर का ईंधन चलता है अगर राज्य सरकार गन्ने का रेट बढ़ाती है तो इसका सीधा फायदा प्रदेश के 45 लाख किसानों को होगा. हालांकि इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा था कि अगर किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो आर-पार की लड़ाई होगी किसान इसका बदला चुनाव में लेंगे